दरभंगा : संस्कृत से ही संस्कृति, संस्कार और नारी सम्मान – काजी मुमताजुल हक
दरभंगा : संस्कृत से ही संस्कृति, संस्कार और नारी सम्मान – काजी मुमताजुल हक
ब्यूरो रिपोर्ट एम राजा डीबीएन न्यूज़ दरभंगा, बिहार
दरभंगा : आज मानवाधिकार दिवस के पूर्व संध्या पर लोक भाषा प्रचार समिति, बिहार शाखा के तत्वाधान में राजकीय नेत्रहीन उच्च विद्यालय में चल रहें संस्कृत संभाषण शिविर के समापन समारोह क़ा उदघाटन दीप प्रज्वलन मौनी बाबा एवं काजी मुमताजुल हक ने संयुक्त रूप से किया ॥ मुख्य वक्ता के रूप में जे.पी विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग से आयें डा0 बैद्यनाथ मिश्रा नें संस्कृत भाषा सरल और सर्वग्राही कैसे हों इस पर मंथन की आवश्यकता हैं ॥ डा0 मिश्रा नें बच्चों के बीच संस्कृत गाकर सुनाया ॥ उदघाटनकर्ता पचाढी महंत मौनी बाबा ने कहा कि संस्कृत सभी विषयों की जननी इसके संवर्धन हेतु दिव्यांगों कें बीच यह संभाषण शिविर मील क़ा पथ्थर साबित होगा ॥ विशिष्ट अतिथि कें रूप में दरभंगा सेन्ट्रल स्कूल कें प्रिंसिपल ए.कें.कश्यप नें संस्कृत कें प्रचार हेतु समिति कें प्रयास को सराहनीय बताया ॥ अध्यक्षता कर रहें प्रो.जयशंकर झा नें कहा कि संस्कृत भाषा कें फैलाव से वर्तमान में समाज में व्याप्त विष क़ा वातावरण कम होगा ॥ कार्यक्रम में डा.शंभूकांत झा,डा.सोमेश्वर नाथ झा दधीचि, डा.के.के.चौधरी,डा.घनश्याम पांडे,डा.अंजू अग्रवाल , डा.सुमीत कुमरे मंडन, राजेश चौधरी नें संबोधित किया ॥ विद्यालय कें प्रधानाचार्य राकेश किरण नें स्वागत भाषण जबकि धन्यवाद ज्ञापन लोक भाषा प्रचार समिति कें संयोजक उज्ज्वल कुमार नें किया ॥