दरभंगा – मिथिला विरोधी है केंद्र व राज्य सरकार – कीर्ति झा आजाद।आज रात 8 बजे सीधा प्रसारण dbn news पर
आज दरभंगा सांसद कीर्ति झा ने एम्स को दरभंगा से अन्यत्र स्थानांतरित होने जाने की खबर पर राज्य सरकार और केन्द्र सरकार पर तीखा हमला किया ।
आजाद ने केन्द्र एंव राज्य सरकारों की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि सबो ने मिथिलांचल की भोली – भाली जनता को ठगने का काम किया है। उनकी कभी मंशा नहीं रही जो मिथिलांचल का विकास हो। जबकि केन्द्रीय बजट में बिहार के लिए दूसरा एम्स का प्रावधान किये जाने के बाद भी स्थल का चयन में राज्य सरकार ने तीन वर्षो का समय लगा दिया। वहीं जो एम्स को 2015 मैं स्वीकृति मिली थी।उसको चुनाव के तीन महिने पहले क्यों घोषणा कि गई । तीन साल पहले क्यों नहीं कि गई। भौगोलिक दृष्टिकोण से दरभंगा का हक बनने के बाद भी चुनाव के वक्त राज्य सरकार ने डी.एम.सी.एच परिसर का प्रस्ताव एक साजिश के तहत भेजा । 257 एकड़ जमीन है केन्द्र सरकार ने जो आपत्तियाँ लगाई है जो बहुत नीचे है यहाँ पानी लग जायेगा । इतने सालो से डी.एम.सी. एच चल रही है और ऐसे कह देने जो यह निचे है ।सरासर लोगों के आँख मैं धूल झोकने वाली बात है।
उन्हें बिहार के मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया है की संपूर्ण साजिश के तहत दरभंगा से एम्स को बिहारशरीफ नालंदा ले जाने की हैं क्योंकि सुशासन केवल नालंदा बिहारशरीफ सब मैं ही दिखाई देता है। इसके अलावा सुशासन कहीं नहीं है।
आजाद ने आगे कहा कि पटना, भागलपुर , मुजफ्फरपुर के बाद दरभंगा दरभंगा का चयन स्मार्ट सिटी मैं होना चाहिए था। लेकिन स्मार्ट सिटी का चयन मैं दरभंगा की हकमारी कर बिहारशरीफ का चयन स्मार्ट सिटी मैं किया गया है। जबकि मिथिला संस्कृति का प्रतिनिधित्व करने वाला शहर दरभंगा वंचित हो गया ।सुशासन का यहीं ताजा है कि मेडिकल, इंजीनियरिंग, पॉलिटेक्निक, आई.टी.आई , विश्वविद्यालयों वर्षों पूर्व से दरभंगा मैं स्थापित है। वेटरनरी कृषि डेयरी, आई.आई.टी आई.एम.ए जैसी एक भी संस्थान दरभंगा में इस दौरान नहीं खोला गया हैं । राज्य सरकार पर बरसते हुये आगे कहा कि जून 2017 में राज्य सरकार से नगर विमान मंत्रालय से दरभंगा मैं हवाई सेवा के लिए समझौता किया था चूँकि मामला दरभंगा का था इसीलिए मुख्यमंत्री ने 30 एकड़ जमीन का आज तक अधिग्रहण नहीं किया। 2013 में स्वीकृत दरभंगा शहर के लिए ओवरब्रिज वर्षों बीतने के बाद भी जमीन अधिग्रहण नहीं कर चुनाव के वक्त 200 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है। इसी प्रकार बजट में दरभंगा के लिए स्वीकृत आई. टी.सॉफ्टवेयर पार्क के लिए जमीन अधिग्रहण नहीं किया गया । लोगों को बरगलाने के लिए आई टी आई परिसर मैं ही उदघाटन की तैयारी चल रही है । उन्होंने कहा कि यदि एम्स को लिए दरभंगा में जमीन अधिग्रहण के लिए अग्रेशर कारवाई नहीं हुई तो इस क्षेत्र मैं उग्र आंदोलन चलाया जायेगा।