Bihar News : शिक्षा विभाग में केके पाठक के सुधार की कोशिश को पलीता लगाने में शिक्षाकर्मी
आंसर शीट लेना है तो पेड़ के पास आओ’, केके पाठक साहब इन छात्रों का दर्द समझने वाला कोई नहीं, जानिए पूरी कहानी
Bihar: अररिया के फारबिसगंज कॉलेज में एक अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई। छात्रों को पेड़ पर चढ़कर ग्यारहवीं और बारहवीं की टेस्ट परीक्षा की उत्तर पुस्तिका दी गई। इतना ही नहीं छात्रों को प्रश्न पत्र लेने के लिए भी पेड़ के पास जाना पड़ा। व्यवस्था ऐसी की प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिका लेने-देने में फट जा रहे थे।
शिक्षा विभाग में केके पाठक के सुधार की कोशिश को पलीता लगाने में शिक्षाकर्मी आगे हैं। ताजा मामला फारबिसगंज कॉलेज का है। जहां शुक्रवार को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के ग्यारहवीं और बारहवीं की टेस्ट परीक्षा वाली उत्तर पुस्तिका और प्रश्नपत्र बांटना था। स्थिति ऐसी हो गई कि कॉलेज प्रशासन को ये सामग्री पेड़ पर चढ़कर बांटनी पड़ी। ध्यान रहे कि प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिका का वितरण क्लास रूम में किया जाता है। इन छात्रों को ये दोनों सामग्री लेने के लिए पेड़ के पास जाना पड़ा। कॉलेज के कर्मचारियों ने पेड़ पर से छात्र-छात्राओं को सामग्री वितरित की। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से सत्र 2022-24 और 2023-25 के छात्रों की 11वीं और 12वीं का टेस्ट पिछले 24 सितंबर 2023 से चल रहा है। शुक्रवार को भी परीक्षा शुरू होने से पहले फारबिसगंज कॉलेज प्रशासन को प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिका वितरण करना था। कॉलेज के कर्मचारी उसे क्लास रूम में नहीं बांटकर बगीचे में लेकर चले गए। बांटने वाले पेड़ पर चढ़ गए और नीचे स्टूडेंट्स आ गए। इस पूरी कवायद का किसी छात्र ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
इस घटना की जानकारी कई छात्र संगठनों को हुई। जन अधिकार छात्र परिषद के कार्यकर्ताओं ने कॉलेज में इसका पुरजोर विरोध किया। मामले को लेकर जाप के प्रदेश सचिव शेख तालिब ने कहा कि सरकार शिक्षा विभाग में सुधार करने को लेकर प्रयासरत है। वहीं दूसरी ओर सख्ती के बावजूद फारबिसगंज कॉलेज प्रशासन खुले आसमान में बिना किसी भय के शिक्षा को मजाक बनाते हुए प्रश्न पत्र बांट रहा है। तालिब ने अररिया के जिला शिक्षा पदाधिकारी और पूर्णिया विश्वविद्यालय के कुलपति से इस मामले की गंभीरता पूर्वक कार्रवाई करने की मांग की।
मामले में कई बार फोन करने के बाद फारबिसगंज कॉलेज के प्राचार्य पीके मल्लिक ने गोल मोल जवाब दिया। उन्होंने अनभिज्ञता जाहिर की और कहा कि मामले की जानकारी लेकर जांच कराई जाएगी। स्थानीय अभिभावकों का कहना है कि केके पाठक के आने के बाद इस तरह की स्थिति की कल्पना नहीं की गई थी। वो लगातार शिक्षा विभाग में सुधार कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर कॉलेज प्रशासन की ओर से इस तरह की लापरवाही बरती गई है, ये बिल्कुल ठीक नहीं है। स्थानीय लोगों ने इस घटना पर कॉलेज प्रशासन से जवाब की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले से अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा।
Desk|dbn news|अररिया|30 september 23
Edit By:M Raja