जैसा भागलपुर में हुआ, वैसा किसी भी स्कूल में हो सकता है,BPSC वाले शिक्षकों के ‘प्यार’ पर रखनी होगी पैनी नजर
जैसा भागलपुर में हुआ, वैसा किसी भी स्कूल में हो सकता है,BPSC वाले शिक्षकों के ‘प्यार’ पर रखनी होगी पैनी नजर
केके पाठक के सामने बड़ी चुनौती! BPSC वाले शिक्षकों के ‘प्यार’ पर रखनी होगी पैनी नजर, जानें पूरा मामला
बिहार में नए-नए बहाल हुए बीपीएससी शिक्षकों पर अपर मुख्य सचिव केके पाठक की निगाहें बनी हुई हैं। वे लगातार उन्हें प्रशिक्षण के दौरान समझाते रहे। अब उन्हें पोस्टिंग को लेकर भी गाइडलाइन दिया गया है। उधर, दरभंगा में 17 शिक्षकों के अलावा मुजफ्फरपुर में कई शिक्षकों की नियुक्ति भी रद्द की गई है।
Patna : बिहार में बीपीएससी से 1 लाख 20 हजार नए शिक्षक बहाल हुए हैं। इसमें महिलाएं भी शिक्षिका बनी हैं। सभी की पोस्टिंग स्कूलों में हो रही है। महिला और पुरुष एक स्कूल में पढ़ाने भी जाएंगे। इसमें से कई कुंवारे हैं, जिनकी शादी नहीं हुई है। कई शिक्षकों की अब शादी होगी। जैसा तेजस्वी यादव ने मंच से कहा कि वे सलाह देंगे की जिनकी शादी नहीं हुई है, वे चट मंगनी पट ब्याह कर लेंगे। जानकारों का मानना है कि स्कूलों में प्यार की कहानी शुरू हुई, तो छात्रों की पढ़ाई बाधित होगी। केके पाठक साहब को इन सब चीजों पर भी ध्यान देना होगा। अभिभावकों ने भी बातचीत में बताया कि हमेशा स्कूलों में मास्टर साहब लोगों के बीच चलने वाले प्रेम प्रसंगों पर भी शिक्षा विभाग का ध्यान होना चाहिए। जैसा भागलपुर में हुआ, वैसा किसी भी स्कूल में हो सकता है।
“आइए हम आपको बताते हैं कि भागलपुर में आखिर क्या हुआ है”
भागलपुर जिले से दो शिक्षकों के प्यार की कहानी सामने आई है। जहां एक शिक्षिका को स्कूल के प्रिंसिपल से प्यार हो गया। दोनों एक दूसरे को चाहने लगे और प्यार ऐसा हुआ कि दोनों ने शादी करने का मन बना लिया। इस शादी के लिए दोनों के परिवार वाले तैयार नहीं थे। स्वाभाविक था प्यार में ड्रामा होना ही था। दोनों शिक्षकों ने अपनी मर्जी से मंदिर में शादी कर ली। विवाद बाद में इतना बढ़ गया कि थाने से विदाई हुई। दोनों के परिवार वालों को झुकना ही पड़ा। दोनों के प्यार के आगे झुके और दोनों ने शादी कर अपना घर बसा लिया।
हालाकिं स्कूल निजी है कि सरकारी इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है, इस घटना को लोग स्कूलों में बहाल हुए नए शिक्षकों से जोड़कर देख रहे हैं। पत्रकार मानते हैं कि प्यार और संबंध किसी शिक्षक का आपसी मामला है। इसमें किसी को दखल देने का अधिकार नहीं है। यदि ऐसा कुछ होता है तो ये किसी का व्यक्तिगत और मौलिक अधिकार है। इस पर किसी का पहरा नहीं होना चाहिए। स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षक और शिक्षिकाओं के बीच प्यार की बात कोई बड़ी बात नहीं है। ऐसी खबरें आती रहती हैं। बस ये ध्यान देना होगा कि उनके प्यार की वजह से पढ़ाई डिस्टर्ब नहीं हो। भागलपुर हो या कहीं और किसी भी स्कूल परिसर में ऐसा होना ठीक नहीं है। वैसे भी केके पाठक बहुत कड़क अधिकारी हैं। वे शिक्षकों को उनके काम में लापरवाही नहीं बरतने देंगे।
dbn news|Patna|18/11/23 ||एम राजा
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