दरभंगा: मुख्यमंत्री लें संज्ञान और आकर करें पूअर होम की पुरानी गरिमा को स्थापित – डा.जयशंकर झा
दरभंगा: मुख्यमंत्री लें संज्ञान और आकर करें पूअर होम की पुरानी गरिमा को स्थापित – डा.जयशंकर झा
ब्यूरो रिपोर्ट / एम राजा डीबीएन न्यूज़ दरभंगा,बिहार
दरभंगा- हाल ही में समाज कल्याण विभाग के निशक्तता आयुक्त डा.शिवाज़ी कुमार के हवाले से समाचार पत्र के माध्यम से पूअर होम पर वक्तव्य आया है कि पूअर होम की जगह पर अर्ली इंटरवेंशन सेंटर खोला जाएगा॥ माननीय पटना उच्च न्यायालय एवं बिहार मानवाधिकार आयोग में अनाथ एवं असहाय के मानित पक्षकार के रूप में लंबी कानूनी लड़ाई लड़ने वालें डा.जयशंकर झा वस्तु स्थिति जानना चाहते हैं ॥ मानित पक्षकार डा. झा नें कहा कि पूअर होम की जगह दूसरी कोई संस्था बर्दाश्त नही की जाएगी ॥ साथ ही उनका कहना हैं जब दानदाता की भावना मानवाधिकार आयोग से लेकर पटना उच्च न्यायालय तक अनाथालय खोलने के पक्ष में तब तब क्यों हों रहीं देरी यह जांच क़ा विषय हैं ॥ आगे उनहोने कहा कि
ज्ञातव्य है कि 1962 ईस्वी तक एशिया के प्रख्यात अनाथालय के रूप में के प्रसिद्ध श्री कामेश्वरी प्रिया पुअर होम का निबंधन रद्द किया जा चुका है ॥ आयुक्त दरभंगा प्रमंडल द्वारा गठित 3 सदस्य जांच कमेटी के निष्कर्ष नें प्रबंधन के मनमानी और बेईमानी को सिद्ध कर दिया है इसी आलोक में आयुक्त, दरभंगा की अनुशंसा पर बिहार सरकार के निबंधन विभाग ने इसका निबंधन रद्द कर दिया ॥
विदित हो कि माननीय उच्च न्यायालय के अनुच्छेद 15 में उल्लेखित उद्देश्य अनाथ, असहाय बालक-बालिकाओं, विधवाओं ,भिक्षुकों के भटकते पाल्यों एवं अत्यंत पीड़ित मानव के पोषण पुनर्वास प्रदान करना है॥ इसके हेतु आयुक्त, दरभंगा को पूर्णतया अधिकृत एवं निर्देशित किया गया हैं ॥
इस संदर्भ में आयुक्त कार्यालय के कार्यालयी आदेश दिनांक 13 अक्टूबर 2017 से दरभंगा के जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया ॥ सरकारी पदाधिकारियों की आठ सदस्य कमिटी को पुअर होम की सुधारात्मक एवं उपचारात्मक
उपायों को करने को कहा गया था ॥ किंतु पूर्व के प्रबंधन के खाता संचालन आदि नहीं करने की हिदायत देने के अतिरिक्त कुछ भी ठोस कार्य धरातल पर नहीं दिखा॥ समाज कल्याण विभाग के दो पत्रों से यह स्पष्ट होता है पूअर होम को इसके उद्येश्यों के अनुरूप चलाने के लिए विभाग पूर्ण प्रतिबद्ध हैं ॥ जिसके बाद आयुक्त ,दरभंगा ने उसका भार समाज कल्याण विभाग को सौंप दिया॥ उपयुक्त पत्र में यह भी स्पष्ट किया गया विभाग के अंतर्गत गठित सुरक्षा एवं निशक्तता निदेशालय पूअर होम के उद्देश्यों को कार्यान्वित करेगा तथा पूअर होम को अनाथ बालक-बालिकाओं के लिए राष्ट्रीय स्तर पर मॉडल होम के रूप में विकसित किया जाएगा ॥
यह धारणा बनती जा रही है न्याय की भावना को धता बताने वाले अधिकारी माननीय मुख्यमंत्री के अनाथों के हितों की रक्षा के संकल्प को विफल और बदनाम करना चाहते हैं ॥ ऐसेे पदाधिकारी की योग्यता एवं नियत की भी जांच होनी चाहिए ताकि उनके कारनामों से बिहार की छवि धूमिल ना हो॥
अनाथों के गुनाहगारों जिनके कारण राष्ट्रीय महत्व के अनाथालय का पंजीकरण रद्द हुआ ऐसे अनाथ विरोधी प्रबंधन के पूर्व सचिव डॉ रमण वर्मा पर दंडात्मक कार्रवाई की मांग करते हैं, ताकि ऐसी राष्ट्रीय महत्व की संस्थाओं के दानदाता की भावना से खेलने से पहले लोग सोचे ॥ अंत में डा.झा नें कहा कि ऐतिहासिक महत्व के संस्थाओं के प्रति संवेदनशील मुख्यमंत्री अहिल्यास्थान के तरह आवें और जिस तरह उनके आनें से अहिल्यास्थान परिसर क़ा कायाकल्प हुआ ठीक उसी तरह पूअर होम अपनी पुरानी गरिमा को प्राप्त करें ॥ ॥ प्रेस कॉन्फ्रेस के दौरान पचाढी महंत मौनी बाबा , समाजसेवी शिव किशोर रॉय, उज्ज्वल कुमार उपस्तिथ थें।