April 27, 2024

UP News : आजम खान ने शायराना अंदाज में कहा :बहारें मुझको ढूंढेंगी, न जाने मैं कहां हूंगा। इस पर आपकी क्या राय है।

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आजम खान ने शायराना अंदाज में कहा :बहारें मुझको ढूंढेंगी, न जाने मैं कहां हूंगा। इस पर आपकी क्या राय है।

आईटी विभाग की छापेमारी के बाद सपा नेता आजम खान ने गाजियाबाद में अपना दर्द जाहिर किया है। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो मैं मुर्गी चोर हूं, दूसरी तरफ मेरे यहां छापा पड़ता है।

गाजियाबादः हमेशा से सुर्खियों में रहने वाले सपा नेता आजम खान इन दिनों विवादित भाषण के मामले में अदालतों के चक्कर काट रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ आजम खान के ठिकानों पर आईटी विभाग की छापेमारी ने उनकी मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इसके बाद से सपा नेता का दर्द छलक पड़ा है। गाजियाबाद में उन्होंने कहा कि एक तरफ तो मैं बकरी, मुर्गी और किताब चोर हूं लेकिन दूसरी ओर मेरे यहां रेड पड़ता है।

इंडिया गठबंधन के लिए लोकसभा चुनाव में प्रचार के सवाल पर आजम खान ने कहा कि मैं उस वक्त पता नहीं कहां होऊंगा। शायराना अंदाज में जवाब देते हुए पूर्व मंत्री ने कहा कि बहारें मुझको ढूंढेंगी, न जाने मैं कहां हूंगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके जन्मदिन पर शुभकामनाएं देते हुए आजम खान ने उन्हें देश का सबसे बड़ा व्यक्ति बताया और कहा कि हमें उम्मीद है कि वह कुछ ऐसा करेंगे, जैसा अभी तक किसी प्रधानमंत्री ने न किया हो।

आजम खान के घर बीते दिनों तीन दिनों तक आयकर विभाग की छापेमारी चली थी। इसे लेकर पूर्व मंत्री ने कहा, ‘मैंने बहुत पहले कहा था कि एक फकीर के यहां क्या मिलेगा? जब आईटी वाले आए थे, पहले दिन से सबने यही कहना शुरू किया था कि कुछ नहीं मिलेगा। मेरे छोटे बेटे के पास 9 हजार, बड़े बेटे के पास 2 हजार और मेरे पास साढ़े तीन हजार रुपये थे। मेरी पत्नी के पास 100 ग्राम के करीब की सोना जिसकी कीमत लगभग 4 लाख के करीब होती है, बस यही जेवर था ।

आजम खान की करीबी और उनकी मुंहबोली बेटी कही जाने वाली एकता कौशिक के यहां भी आईटी विभाग की छापेमारी हुई थी। इस पर आजम खान ने कहा, ‘क्या गुनाह है वो मेरी औलाद है? क्या इसे मिसाल नहीं बनाएंगे लोग। उन्होंने कहा कि रिश्ते टूट गए इस दौर में। रिश्ते दिलों से होते हैं राहतों से होते हैं। एक ऐसा दौर आया जब हर शख्स डर गया और डरा हुआ लोकतंत्र गुलामी से भी बुरा होता है।

आजम खान ने कहा सत्ता अनर्थ पर उतरी हुई है।

अपने ऊपर दर्ज मुकदमों की बात चलने पर आजम खान का दर्द फूट पड़ा। उन्होंने भावुक अंदाज में कहा, ‘जमाना जालिम है। सत्ता अनर्थ पर उतरी हुई है। हम चोर हैं? बताओ आप हम चोर हैं? हम पर हजारों करोड़ के रुपये के पैसे निकाल दिए। हम कब्र में लेकर जाएंगे इस विश्वविद्यालय को। कितना और जियेंगे। मदन मोहन मालवीय जी मंदिर की सीढ़ियों पर बैठे थे। भीख मांग रहे थे लेकिन एक राजा ने उस हाथ को पहचान लिया कि यह भिखारी का हाथ नहीं है और हाथ पकड़कर उठा लिया। इसी तरह सर सैयद अहमद खान अलीगढ़ के रईस के पास पहुंचे और कहा कुछ दो। तो रईस ने कहा कि हाथ बढ़ाओ। सर सैयद ने हाथ बढ़ाया तो उन्होंने हाथ में थूक दिया। सर सैयद ने मुट्ठी बंद कर ली और कहा शुक्रिया… वही तो दोगे जो था आपके पास।’

“ये टाटा-बिरला का इंस्टिट्यूट नहीं है”

उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि लोगों के साथ अपमान नहीं हुआ है। ये टाटा-बिरला का इंस्टिट्यूट नहीं है। ये मिशन है। यहां जो सीबीएसई बोर्ड के स्कूल्स हैं, जिनमें गरीब बच्चे पढ़ते हैं, उनकी फीस प्राइमरी स्कूल के बराबर है। मां-बाप नहीं हैं तो कोई फीस नहीं है। साल में दो ड्रेस फ्री, किताबें फ्री। मां-बाप में से एक नहीं है तो फिफ्टी परसेंट फीस। जिनके पास लेबर सर्टिफिकेट है, उनसे मात्र बीस रुपया फीस, वह भी इसलिए कि वह ये न कह सकें कि हम खैराती स्कूल में पढ़कर आए हैं। उस इमारत को भी सरकार ने खाली करा लिया। सुना होगा कहीं। क्या पूरी दुनिया में कोई ऐसा इतिहास है, जबसे दुनिया बनी है किसी शैक्षिक संस्थान पर इनकम टैक्स का रेड हुआ हो। भारत का ही इतिहास बता दीजिए। बच्चों का इम्तिहान था, उनको भगा दिया गया। 6 दिन के लिए यूनिवर्सिटी बंद कर दी गई। दरवाजे तोड़ दिए गए।

मैं तो मुर्गी चोर हूं…

‘इंडिया’ गठबंधन और ‘भारत’ नाम को लेकर विवाद के बारे में पूछे गए सवाल पर आजम खान ने कहा कि इस पर कोई विवाद नहीं है। देश का नाम इंडिया भी रहेगा और भारत भी रहेगा। लोकसभा चुनाव के नतीजों पर आजम खान ने तंज भरे लहजे में कहा, ‘अब ये तो बहुत बड़े नेताओं की बात है। मैं तो मुर्गी चोर हूं। चोर मुर्गी का हूं, बकरी का हू, भैंस का हूं लेकिन दफाएं डकैती की लगी हैं और आपको हैरत होगी। एक मुकदमा ऐसा है कि जिस वक्त मैं मंत्री था, उस समय मैंने अपनी प्रफेसर पत्नी के साथ मिलकर एक शराब की दुकान लूटी थी। एक तरफ मैं चोर हूं दूसरी तरफ आईटी का रेड होता है। बकरी चोर के यहां, किताब चोर के यहां।’

आजम खान से पूछा गया कि इस मुश्किल वक्त में क्या उन्हें सपा मुखिया अखिलेश यादव का साथ मिलता है तो उन्होंने जवाब दिया कि हां, हजार प्रतिशत मिलता है। लोकसभा चुनाव में अपने ऊपर हो रही कथित ज्यादती को जनता के बीच ले जाने के सवाल पर आजम खान ने कहा कि बताने की क्या जरूरत है। बस दो आंसू गिर जाएंगे और लोगों को पता चल जाएगा। उन्होंने कहा कि मेरी खामोशी ही मेरी जुबां होंगी।
लोकसभा चुनाव में किसे-कितनी सीटें मिलती देख रहे हैं? के सवाल पर आजम खान ने कहा कि अगर मैं कहूं कि मैं अंधा हूं देख नहीं सकता। गूंगा हूं बोल नहीं सकता। बहरा हूं सुन नहीं सकता। शायराना अंदाज में तंज कसते हुए आजम खान ने कहा कि पता नहीं उस वक्त मैं कहां होऊंगा। ‘बहारें मुझको ढूंढेंगी, न जाने मैं कहां हूंगा।’
ऐसे में सवाल सता से है कि आखिर एक तरफ आईटी का रेड दूसरी तरफ मुर्गी चोर का मामला कुछ हजम नहीं हो रहा।

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