May 3, 2024

Darbhanga News : दरभंगा एम्स को लेकर सरकार का इरादा स्पष्ट नहीं: MSU

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Darbhanga News : दरभंगा एम्स को लेकर सरकार का इरादा स्पष्ट नहीं: MSU

दरभंगा: रविवार को MSU कार्यालय लहेरियासराय में मिथिला स्टूडेंट यूनियन के मिथिलावादी नेता अविनाश भारद्वाज सहित यूनियन के अन्य नेताओं द्वारा प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया।

प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए अविनाश भारद्वाज ने कहा कि दरभंगा एम्स के नाम पर अब आम जनता में त्राहिमाम की स्थिति है। सरकारें अकर्मण्यता को दिखाते हुए आरोप – प्रत्यारोप का खेल खेल रही है। लाखों की संख्या में मिथिलावासी स्वास्थ्य सेवा हेतु लगातार पलायन कर रहे है। जमीन-गहने बेचकर इलाज करबा रही है , और यहाँ के सांसद एवं विधायक पार्टी के चमचई , भक्ति एवं इशारे पर यहाँ के आमजन को मूर्ख बना रही है। वर्तमान सत्ता मिथिला विरोधी है , जिसे मिथिला में व्याप्त कुव्यवस्था गरीबी कुपोषण भुखमरी अविकसित उद्योग धंधों से कोई मतलब नही है। सरकारें सत्ता बचाने एवं हस्तांतरण में व्यस्त है। दरभंगा एम्स केंद्र सरकार और राज्य सरकार की राजनीतिक खींचतान की वजह से नहीं हो पा रहा है। श्री भारद्वाज ने बताया कि एम्स के न बनने में केंद्र सरकार की सबसे बड़ी साजिश है। जब बिहार सरकार जमीन उपलब्ध करबा चुकी थी तो केंद्र सरकार की तरफ आई टीम लो – लैंड घोषित करके एम्स निर्माण में बाधा उत्पन्न कर दिया। जबकि मिट्टी भराई के लिए भी 350 करोड़ की राशि बिहार सरकार ने निर्गत करने का फैसला किया है। केवल व केवल केंद्र सरकार की दोहरी नीति है , जबकि लो-लैंड में देश ने अनेकों संस्थान स्थापित किया है। लेकिन मिथिला विरोधी केंद्र की सरकार लीपापोती कर मिथिला के योजनाओं को ध्वस्त करने की नियति से लटका रही है। मार्च 2023 में मंत्रिमंडल ने दरभंगा एम्स के लिए शेाभन-एकमी बाइपास के निकट डेढ़ सौ एकड़ जमीन आवंटित करने स्वीकृति दी। जमीन देने के साथ सरकार ने इसके विकास का प्रारूप भी बनाया। डेढ़ सौ एकड़ के अलावा और 39 एकड़ जमीन अधिग्रहित की गई। साथ ही इस 189.17 एकड़ जमीन में मिट्टी भराई इसे समतल करने के लिए 309 करोड़ रुपये भी दिए।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रणधीर झा ने कहा कि सरकार का इरादा स्पष्ट नही है। केंद्र सरकार को लगता है कि यहां एम्स बना तो इसका श्रेय बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ले जाएंगे । यह साफ हो गया है 2024 के लोकसभा चुनाव से पूर्व एम्स निर्माण के नाम पर केवल राजनीति ही होती रहेगी। लोकसभा चुनाव में हर पार्टी अपनी अपनी तरीके से राजनीत रोटी सेंकने का काम करेगी। और जनता एम्स नहीं बनने से ठगे महसूस करते रहेंगे। भाजपा और जदयू के लोग मिथिला के लोगो को ठगने का काम कर रहे हैं। इन्हें एम्स के निर्माण और मिथिला के लोगों का कोई ख्याल नहीं है। यह लोग लॉलीपॉप दिखाकर लोगों का वोट जुटाने की जुगाड़ में लगे हैं। 8 करोड़ लोगो के पास किसी भी तरह का स्वास्थ सुविधा नहीं हैं । 4 करोड़ लोग डीएमसीएच पर आश्रित है। जिसका हाल किसी से छुपा हुआ नहीं हैं। गरीब से गरीब लोग डीएमसीएच जाना नहीं चाहते उन्हें प्राइवेट हॉस्पिटल के सहारे रहना पड़ता हैं । अगर कम पैसा में सरकारी इलाज चाहते हैं तो उन्हें पटना या दूसरे राज्य पर निर्भर रहना पड़ता हैं इसके लिए दरभंगा एम्स यहां बहुत जरुरी हैं। इसे राज्य सरकार औऱ केंद्र सरकार राजनितिक मुद्दा बना कर यहां के लोगो के जीवन के साथ खिलवाड़ करने का काम कर रहे हैं , जिसके खिलाफ अब आवाज उठाना बहुत जरुरी हो गया हैं ताकि 2024 लोकसभा चुनाव से पूर्व एम्स का शिलान्यास दरभंगा में हो सके जगह का चयनित हो सके औऱ इसके लिए हम सभी को जाती धर्म पार्टी से ऊपर उठकर दरभंगा एम्स के लिए जन-प्रतिनिधियों के खिलाफ मोर्चा खोलना पड़ेगा । वहीं वक्ताओं ने बताया कि यह आमरण अनशन तब तक जारी रहेगा जब तक केंद्रीय कैबिनेट मंत्री आकर ठोस आश्वासन नही देंगे तब तक आमरण अनशन जारी रहेगा।

इस प्रेस वार्ता में मिथिलावादी नेता विद्या भूषण राय , महासचिव प्रियरंजन पांडेय , उदय नारायण झा , नवीन साहनी , सुमित माउबहटिया , कृष्ण मोहन , अभिजीत कश्यप , सुभाष झा , सुमित समेत पदाधिकारी उपस्थित थे।

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