May 14, 2024

भारत से लौटते ही ब्रिटेन पीएम को विपक्ष ने घेरा

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भारत से लौटते ही ब्रिटेन पीएम को विपक्ष ने घेरा

यूके के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक जी20 से लौटने के बाद अपने विपक्षियों के निशानें पर आ गए हैं। विपक्षी नेता पीएम सुनक को शिखर सम्‍मेलन में उनके कमजोर रुख के लिए निशाने पर ले रहे हैं। उनकी मानें तो सुनक की वजह से देश की स्थिति कमजोर हो गई है।

लंदन: हाल ही में जी20 सम्‍मेलन के लिए भारत आए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को अपने देश में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। हाउस ऑफ कॉमन्‍स में सांसद उनकी जमकर आलोचना कर रहे हैं। उनका कहना है कि सुनक जी20 के घोषणा पत्र में रूस के खिलाफ सख्त शब्दों को सुरक्षित नहीं करा पाए। इसके अलावा यूके को ऐतिहासिक नए आर्थिक गलियारे समझौते से बाहर रखा गया है। वहीं विपक्षी सुनक से सवाल कर रहे हैं कि क्‍या उन्‍होंने अपने भारतीय समकक्ष पीएम नरेंद्र मोदी के सामने स्कॉटिश सिख जगतार सिंह जोहल की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए कहा था। साथ ही क्या उन्होंने उनके सामने यह मुद्दा उठाया कि भारत रूस से तेल खरीद रहा है।

विपक्ष के नेता सर कीर स्टार्मर ने जी20 की संयुक्त घोषणा को ‘पिछले साल के शिखर सम्मेलन की तुलना में कमजोर भाषा’ के साथ ‘निराशाजनक’ बताया। लिबरल डेमोक्रेट सांसद रिचर्ड फोर्ड ने पूछा कि क्या सुनक कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो के विचार से सहमत हैं कि अगर सम्‍मेलन की जिम्‍मेदारी उन पर होती तो यह भाषा काफी सख्‍त होती। पीएम सुनक ने भी इसका जवाब दिया। उन्‍होंने कहा, ‘ यह G7 या वास्तव में, G1 नहीं है, इसलिए यह हम पर निर्भर नहीं करता है कि हम केवल वह भाषा ही अपनाएं जो हम चाहते हैं।’

उन्‍होंने आगे जवाब दिया, ‘यूक्रेन पर हमारी स्थिति सभी के लिए बिल्कुल स्पष्ट है, लेकिन जी20 के एक बड़ा समूह है जिसमें कई देश शामिल है जो वैश्विक मामलों पर एक जैसा दृष्टिकोण या वास्तव में समान मूल्यों को साझा नहीं करते हैं। ऐसे में यह समझ लेना कि यह जी7 में हमारी एकमतता को प्रतिबिंबित कर सकता है, पूरी तरह से गलत है। अगर कोई ऐसा समझता है तो फिर उसे विदेशी मामलों की गलत समझ है। कंजर्वेटिव सांसद रहमान चिश्ती ने कहा कि भारत 44 गुटनिरपेक्ष देशों में से एक है जो रूस के खिलाफ प्रतिबंधों का समर्थन नहीं कर रहा है। इसकी वजह से यूक्रेन में युद्ध में देरी हो रही है।

उन्‍होंने कहा, भारत रूस से तेल लेता है और अब कुछ लोग कहते हैं कि वह उस तेल को रिफाइन करता है। साथ ही उन प्रतिबंधों को दरकिनार करते हुए यूरोप में तेल बेचता है। क्या प्रधानमंत्री ने पीएम मोदी के साथ सुनक ने इस पर बातचीत की?’ इस पर सुनक ने उत्तर दिया, ‘हम सभी देशों से रूस पर प्रतिबंध लगाने में हमारे और दूसरों के नेतृत्व का पालन करने का आग्रह करते हैं। जाहिर है, हर देश अपने तरीके से इस पर विचार करेगा।’

लेबर सांसद बैरी शेरमन ने पूछा कि क्या सुनक ने मोदी से पूछा था कि उन्होंने यूक्रेन पर आक्रमण के लिए रूस की निंदा क्यों नहीं की। क्‍या उन्होंने पूछा कि मोदी मुसलमानों और ईसाइयों के सभी उत्पीड़न को रोकने के लिए क्या कर रहे हैं, उनकी मस्जिदों और चर्चों को जला दिया गया है। सुनक ने इस जवाब दिया, ‘प्रधानमंत्री और मैंने कई मुद्दों पर चर्चा की।’ जहां तक ब्रिटेन के मिडिल ईस्‍ट कॉरिडोर में शामिल नहीं होने का सवाल है तो इस पर कनाडा, जापान या इटली ने भी साइन नहीं किए हैं। सुनक ने बताया कि उन्होंने जोहल का मामला मोदी के सामने उठाया था।

M Raja | 13 September 2023

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