May 4, 2024

सेना के कर्नल, मेजर और DCP शहीद, 2 जवान लापता

0

सेना के कर्नल, मेजर और DCP शहीद, 2 जवान लापता, दो महीने की बच्ची के पिता थे शहीद भट

श्रीनगर: जम्मू कश्मीर में अनंतनाग जिले के कोकेरनाग के ऊंचाई वाले क्षेत्र में आतंकवादियों (Anantnag Encounter) के साथ मुठभेड़ हुई। इसमें सेना के एक कर्नल, एक मेजर और जम्मू कश्मीर पुलिस के एक डीसीपी शहीद हो गए। इसके अलावा दो जवान लापता बताए गए हैं। सेना के अधिकारियों ने कहा कि दोनों लापता सैनिकों के बारे में तुरंत पता नहीं चल पाया है और आशंका है कि वे गंभीर रूप से घायल हो गए होंगे। उधर, आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के छद्म समूह प्रतिबंधित रेजिस्टेंस फ्रंट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।

अधिकारियों ने बताया कि बुधवार सुबह अनंतनाग जिले के गारोल इलाके में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में 19 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धोनैक और पुलिस उपाधीक्षक हुमायूं भट गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्होंने बताया कि इलाज के दौरान इन अधिकारियों की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि दो महीने की बेटी के पिता और जम्मू कश्मीर पुलिस के र‍िटायर महानिरीक्षक गुलाम हसन भट के बेटे भट की अधिक खून बह जाने के कारण मौत हो गई।

आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के छद्म समूह प्रतिबंधित रेजिस्टेंस फ्रंट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। अधिकारियों का मानना है कि ये उन्हीं आतंकवादियों का समूह है, जिन्होंने चार अगस्त को कुलगाम जिले के हलाण वनक्षेत्र के ऊंचाई वाले इलाके में सेना के जवानों पर हमला किया था, जिसमें तीन जवान शहीद हो गए थे।

अधिकारियों ने बताया कि गारोल इलाके में आतंकियों के खिलाफ अभियान मंगलवार शाम को शुरू हुआ था, लेकिन रात में इसे रोक दिया गया था। अधिकारियों ने बताया कि एक ठिकाने पर आतंकवादियों को देखे जाने की सूचना के बाद आज सुबह फिर उनकी (आतंकवादियों) तलाश शुरू की गई।

अपने दल का नेतृत्व करते हुए कर्नल सिंह ने आतंकवादियों पर हमला बोला। हालांकि, आतंकवादियों की गोलीबारी में वह गंभीर रूप से घायल हो गए। 12वीं सिख लाइट इन्फेंट्री (एलआई) से संबद्ध कर्नल सिंह को सेना पदक से भी सम्मानित किया गया था। धोनैक 15वीं सिख एलआई से थे। अधिकारियों ने बताया कि धोनैक और भट को भी गोलियां लगीं जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए।

यह हमला ऐसे समय हुआ जब एक दिन पहले ही जम्मू क्षेत्र के राजौरी में पीर पंजाल के दक्षिण में एक मुठभेड़ में सेना का एक जवान शहीद हो गया था जबकि सेना की छह वर्षीय मादा लैब्राडोर भी अपने ‘हैंडलर’ को बचाने के दौरान जान गंवा बैठी थी। राजौरी के सुदूर नारला गांव में हुई इस मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए।

जीओसी 15वीं कोर लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह सहित सेना और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी, स्थिति का आकलन करने के लिए मौके पर पहुंचे। शाम को, पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कश्मीर) विजय कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने शहीद पुलिस उपाधीक्षक को पुष्पांजलि अर्पित की।

जम्मू कश्मीर के राजौरी के एक सुदूरवर्ती गांव में बुधवार को एक मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों ने दूसरे आतंकवादी को भी मार गिराया। सुदूरवर्ती नारला गांव में मुठभेड़ में मंगलवार को एक संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकवादी मारा गया था जबकि गोलीबारी में सेना का एक जवान और सेना की श्वान इकाई की छह साल के मादा लैब्राडोर केंट भी शहीद हो गई थी, जबकि चार सुरक्षाकर्मी घायल हो गए थे

जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अपनी संवेदना जतायी। अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पोस्ट किया क‍ि जम्मू कश्मीर से व्यथित करने वाली खबर। सेना के एक कर्नल, एक मेजर और जम्मू कश्मीर पुलिस के उपाधीक्षक ने आज दक्षिण कश्मीर के कोकेरनाग इलाके में एक मुठभेड़ में सर्वोच्च बलिदान दिया। पुलिस उपाधीक्षक हुमायूं भट, मेजर आशीष धोनैक और कर्नल मनप्रीत सिंह ने आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में बलिदान दिया। उनकी आत्मा को शांति मिले और उनके प्रियजनों को इस कठिन समय में शक्ति मिले।

पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने शोकसंतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि हिंसा के ऐसे कृत्यों के लिए कोई जगह नहीं है। पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद गनी लोन ने भी बहादुरों की शहादत पर शोक व्यक्त किया। तीनों शहीद अधिकारियों को श्रद्धांजलि देते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता अल्ताफ ठाकुर ने कहा कि सुरक्षाबल जम्मू कश्मीर से आतंक को जड़ से खत्म करने को प्रतिबद्ध हैं।

M Raja | dbn news|14 September 23

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *