May 4, 2024

World cup के लिए भारत तैयार , एशिया कप की सफलता ने बांकी टीमों की नींद हराम कर रखा है।

0

World cup के लिए भारत तैयार , एशिया कप की सफलता ने बांकी टीमों की नींद हराम कर रखा है।

New Delhi : अगले महीने से होने वाले विश्व कप को देखते हुए भारत के मध्य क्रम की अनिश्चितता को लेकर एशिया कप से पूर्व सबसे अधिक चर्चा हो रही थी, लेकिन लोकेश राहुल की वापसी और मिडिल ऑर्डर में विकल्प के रूप में ईशान किशन की मौजूदगी ने टीम की चिंताओं को काफी हद तक दूर किया है। जसप्रीत बुमराह की धमाकेदार वापसी के साथ-साथ मोहम्मद सिराज की कातिलाना फॉर्म और कुलदीप यादव की फिरकी ने एकबार फिर भारत को वर्ल्ड कप 2023 का फेवरेट बना दिया है। चलिए एक नजर डालते हैं उन चार factors पर जिनके बूते टीम इंडिया घरेलू सरजमीं पर विश्व कप जीतने की प्रबल दावेदार माना जा रही है। एशिया कप से पहले शुभमन गिल, रोहित शर्मा और विराट कोहली की बैटिंग फॉर्म पर संदेह था। मगर तीनों ही बल्लेबाजों ने अलग-अलग मैच में अपनी लय दोबारा हासिल कर ली। वेस्टइंडीज दौरे पर फ्लॉप रहने वाले शुभमन ने बांग्लादेश के खिलाफ न सिर्फ शतक लगाया बल्कि नेपाल और पाकिस्तान के खिलाफ अर्धशतक लगाया। कप्तान रोहित ने नेपाल के खिलाफ 74, पाकिस्तान के खिलाफ 58 तो श्रीलंका के खिलाफ सुपर-4 स्टेज में 53 रन बनाते हुए लगातार तीसरी फिफ्टी ठोकी। विराट कोहली ने लंबे समय से वनडे नहीं खेला था, लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ 122 रन बनाकर एक बार फिर खुद को साबित कर दिया। बांग्लादेश के खिलाफ वह नहीं खेले तो नेपाल और फाइनल में बल्लेबाजी का मौका ही नहीं मिला।टीम के मध्यक्रम में अब अधिक स्पष्टता है। राहुल के प्रदर्शन से टीम प्रबंधन विशेष रूप से खुश होगा। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ सुपर चार मुकाबले में शतक जड़ा और इससे भी अधिक महत्वपूर्ण वह जिस भी मैच में खेले उसमें उन्होंने विकेटकीपिंग की। राहुल ने तेज गेंदबाजी पर गोते लगाते हुए कैच पकड़े जबकि बाएं हाथ के स्पिनर कुलदीप यादव के सामने उनकी विकेटकीपिंग प्रभावशाली थी। भारत को श्रेयस अय्यर से भी इसी तरह की वापसी की उम्मीद थी, लेकिन उनकी फिटनेस का अब भी आकलन हो रहा है। हालांकि भारतीय टीम इसे लेकर अधिक चिंतित नहीं है क्योंकि अब उनके पास मध्य क्रम में ईशान के रूप में विश्वसनीय विकल्प है। भारत ने ग्रुप मैच में पाकिस्तान के खिलाफ उन्हें पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतारने का जुआ खेला।इस क्रम पर पहली बार बल्लेबाजी करने के बावजूद झारखंड का यह बल्लेबाज उम्मीदों पर खरा उतरा। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने पाकिस्तान के खिलाफ ग्रुप मैच में अर्धशतक जड़ा और खराब शुरुआत के बाद हार्दिक पंड्या के साथ मिलकर भारतीय पारी को संवारा।

भारत के पास अब हर माहौल में अच्छा प्रदर्शन करने वाला गेंदबाजी आक्रमण है। एशिया कप में खिताबी जीत के दौरान गेंदबाजों का प्रदर्शन प्रभावशाली रहा। बांग्लादेश के खिलाफ मुकाबले को छोड़कर भारतीय गेंदबाज प्रभावशाली रहे नजर। उन्होंने अधिक महत्वपूर्ण मैचों में बेहतर प्रदर्शन किया, जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ सुपर चार मुकाबला और श्रीलंका के खिलाफ फाइनल भी शामिल है। कुलदीप ने पाकिस्तान के खिलाफ शानदार गेंदबाजी करते हुए 25 रन देकर पांच विकेट चटकाए। यह 28 वर्षीय गेंदबाज पूरे टूर्नामेंट के दौरान लय में नजर आया और उन्हें श्रृंखला का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया। कुलदीप की फॉर्म ने भारतीय गेंदबाजी को एक नया आयाम दिया है जबकि एशिया कप के दौरान तेज गेंदबाजों ने भी शानदार प्रदर्शन किया ।
जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ सुपर चार मुकाबला और श्रीलंका के खिलाफ फाइनल भी शामिल है। कुलदीप ने पाकिस्तान के खिलाफ शानदार गेंदबाजी करते हुए 25 रन देकर पांच विकेट चटकाए। यह 28 वर्षीय गेंदबाज पूरे टूर्नामेंट के दौरान लय में नजर आया और उन्हें श्रृंखला का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया। कुलदीप की फॉर्म ने भारतीय गेंदबाजी को एक नया आयाम दिया है जबकि एशिया कप के दौरान तेज गेंदबाजों ने भी शानदार प्रदर्शन किया। भारत लगभग एक साल में जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और हार्दिक पंड्या की तिकड़ी को पहली बार एक साथ उतारने में सफल रहा और इसका शानदार नतीजा मिला। पीठ की चोट के कारण बाहर बुमाराह जुलाई 2022 के बाद पहली बार एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मुकाबला खेलते हुए नजर आए। अधिकतर बुमराह की छाया में रहने वाले सिराज ने श्रीलंका के खिलाफ फाइनल में तूफानी गेंदबाजी करते हुए 21 रन देकर छह विकेट चटकाए। तीसरे तेज गेंदबाज के रूप में हार्दिक ने भी प्रभावित किया। बल्लेबाजी में गहराई लाने के लिए टीम प्रबंधन को मोहम्मद शमी को बाहर बैठाने का मुश्किल फैसला करना पड़ा।

भारत ने पांच साल बाद कोई मल्टीनेशनल टूर्नामेंट जीता है। आखिरी बार 2018 में एशिया कप में ही जीत मिली थी। मगर इसके बाद 2019 वनडे वर्ल्ड कप, 2022 में टी-20 वर्ल्ड कप, 2021-2023 में दो बार वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप गंवा दी, लेकिन इस बार 2023 का एशिया कप जीतकर भारत ने बड़े टूर्नामेंट में चोक करने की अपनी आदत पर ब्रेक लगाया है। भारत ने 2013 के बाद से कोई आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीती है। उम्मीद है कि इस बार यह सिलसिला टूटेगा।और भारत वर्ल्डकप अपने नाम करेगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *